Rashtriya Sahara | डीयू पर यूजीसी नियमों के उल्लंघन का आरोप (p.7)
डीयू पर यूजीसी नियमों के उल्लंघन का आरोप
नई दिल्ली (एसएनबी)। दिल्ली विश्वविद्यालय के आत्माराम सनातन धर्म कॉलेज (एसआरएसडी) में नियमित प्राचार्य की नियुक्ति को लेकर यूजीसी के नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है। डूटा ने रविवार को यह आरोप लगाते हुए कहा कि नियमित नियुक्ति के मामले में प्राचार्य को तो प्वाइंट सिस्टम से मुक्त रखा जा रहा है, जबकि शिक्षकों की नियमित नियुक्ति के लिए स्क्रीनिंग लेवल पर प्वाइंट सिस्टम को लागू किया जा रहा है। डूटा अध्यक्ष डॉ. नंदिता नारायण ने कहा कि यूनिवर्सिटी ने एसआरएसडी कॉलेज में नियमित प्राचार्य की नियुक्ति के लिए मात्र दो अखबारों में विज्ञापन दिया है। विज्ञापन में नियमित नियुक्ति के लिए न तो एपीआई इंडिकेटर्स (प्वाइंट सिस्टम) और न ही पांच साल के टर्म पोस्ट की शर्त रखी गई है जबकि यूजीसी की 2010 की गाइडलाइंस के मुताबिक, दोनों ही नियम प्राचार्यो की नियुक्ति के मामले में भी अमल में लाए जाने चाहिए। डॉ. नारायण ने शक जाहिर करते हुए कहा कि मौजूदा ओएसडी डॉ संदीप शर्मा को प्राचार्य नियुक्त करने के लिए डीयू प्रशासन शायद ऐसा कर रहा है। डॉ. शर्मा पर यौन प्रताड़ना का आरोप है और इस मामले में उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज है। उधर, इस मामले में विश्वविद्यालय के एक अधिकारी का कहना है यूनिवर्सिटी हाईकोर्ट के आदेश का पालन कर रही है। कोर्ट ने आठ हफ्ते में यहां नियमित प्राचार्य की नियुक्ति का आदेश दिया था। यूनिवर्सिटी द्वारा तय समय के भीतर प्राचार्य नियुक्त नहीं करने पर उसे कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था। लिहाजा सोमवार को कॉलेज प्राचार्य की नियुक्ति के लिए साक्षात्कार लिया जाएगा। हालांकि डॉ. नारायण का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट का स्पष्ट आदेश है कि यूजीसी की गाइडलाइंस का पालन किया जाए। डूटा ने इस संबंध में विजिटर को भी पत्र लिखकर हस्तक्षेप की मांग की है।
डूटा ने विजिटर को पत्र लिखकर हस्तक्षेप की मांग की एआरएसडी कॉलेज में नियमित प्राचार्य की नियुक्ति का मामला
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