फेडकूटा प्रेस विज्ञप्ति: 05.09.2018
आज शिक्षक दिवस के अवसर पर फेडकूटा के बैनर तले काली पट्टी बांधकर विश्वविधालय और कॉलेजो के हजारों शिक्षकों ने विरोध प्रदर्शन किया! यह विरोध प्रदर्शन पुरानी पेंशन स्कीम को दोबारा लागू करने के लिए किया गया! डूटा, जामिया शिक्षक संघ, जवाहरलाल नेहरू शिक्षक संघ, अलीगड मुस्लिम विश्वविधालय शिक्षक संघ जैसे शिक्षक संगठनों ने फेडकूटा के इस प्रदर्शन को पूरा समर्थन दिया!
1 जनवरी 2004 को शिक्षकों के ऊपर जो नई पेंशन स्कीम थोपी गयी, उसे लेकर लगातार ड़ूटा और फेडकूटा जैसे संगठनों ने अपना विरोध प्रदर्शन करते रहे है! और उसका ज्ञापन भी मानव संसाधन विकास मंत्रालय को सौपा! नयी पेंशन स्कीम मूल रूप से शिक्षकों के लिए सेवानिवृत के बाद कोई लाभ को सुनिश्चित व्यवस्था नही करता है! जबकि शिक्षा के क्षेत्र में देश का मेधावी विभाग आता है जो देश के विकास और बहतरी में कार्ये करता है! तब जरूरी है कि उसे सामाजिक सुरक्षा पेंशन स्कीम के माध्यम से दिया जाना चाहिए!
यूजीसी अधिनियम 2018 को लेकर इस बीच फेडकूटा – एआइफक्टो – डूटा द्वारा दिए गए फीडबैक पर मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने संज्ञान में लिया है, हम उसकी सराहना करते है!
11 जून 2018 को संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा जारी कि गयी पेंशन योजना अभी अधूरी है, क्योंकि 7वे वेतन आयोग के पे मैट्रिक्स में उसकी योजना साफ नही है! 1.1.2016 के पहले सेवानिवृत हुए शिक्षकों पर इसका गंभीर और विपरीत असर हुआ है! अभी तक सातवे वेतन आयोग के तहत वेतन भत्तों की घोषणा भी नही हुयी है! सरकार ने 200 प्वाएंट रोस्टर सिस्टम को अधिनियम के जरिए भी पूर्णस्थापित नही किया है, जिसके अभाव में देशभर के विश्वविधालयों और कॉलेजों में SC/ST/OBC के शिक्षक पदों में भारी कटौती देखने को मिलेगी!
फेडकूटा ने मानव संसघन विकास मंत्रालय से नयी पेंशन स्कीम को खत्म कर पुरानी पेंशन स्कीम को दोबारा लागू करने कि मांग की है! जबतक शिक्षकों की यह मांगे नही मानी जाती तब तक फेडकूटा अपने आंदोलन को जारी रखेगा!
Rajib Ray Sonajharia Minz
(President FEDCUTA) (Secretary FEDCUTA)
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